हरियाणा पंचायती राज़ एक्ट 2015 के संदर्भ में महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण
Devi, S.
Research Scholar, Baba Mastnath University, Rohtak
शोध-आलेख सार
महिला समाज का एक अहम हिस्सा है। सवस्थ समाज का निर्माण समाज में स्त्री को पुरुष की समानता पर टिका होता है। भारतीय समाज में असमानता विभिन्न रूपों में प्रकट होती है, ये हैं हम पिछले कुछ दशकों में महिला अनुपात में लगातार गिरावट की प्रवृत्ति में देख सकते हैं। समाज में लैंगिक भेदभाव जारी है और इसके अंतर्निहित कारण समाज की सामाजिक संरचना में निहित है। महिला असमानता मिटाने के लिए सरकार की तरफ से कई प्रयास किए गए। 73 वें संविधान संशोधन के द्वारा महिलाओं को 33% आरक्षण देकर स्थानीय स्वशासन में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की गई। यह रिसर्च पेपर हरियाणा के जमीनी स्तर पंचायतीराज में महिलाओं की स्थिति का विश्लेषण करने का प्रयास करता है। यह पेपर द्वितीयक स्रोत पर आधारित है।
मुख्य शब्द - महिला सशक्तिकरण, प्रतिनिधित्व, पंचायतीराज, राजनीतिक सशक्तिकरण
भूमिका
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APA 7th Style
Devi, S. (2023). हरियाणा पंचायती राज़ एक्ट 2015 के संदर्भ में महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण. Shodh Sari-An International Multidisciplinary Journal, 02(01), 90–95. https://doi.org/10.5281/zenodo.7767679
MLA 9th Edition
Devi, Sunita. “हरियाणा पंचायती राज़ एक्ट 2015 के संदर्भ में महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण.” Shodh Sari-An International Multidisciplinary Journal, vol. 02, no. 01, Jan. 2023, pp. 90–95. https://doi.org/10.5281/zenodo.7767679.
Chicago 17th Edition
Devi, Sunita. “हरियाणा पंचायती राज़ एक्ट 2015 के संदर्भ में महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण.” Shodh Sari-An International Multidisciplinary Journal 02, no. 01 (January 1, 2023): 90–95. https://doi.org/10.5281/zenodo.7767679.